सर्दी / जुकाम

 

हेलो दोस्तों आज हम जानने वाले है सर्दी के बरे में कुछ अनसुनी जानकर तो चलो जानते है 
जब तापमान मै बदलाव होता है तो आपको बुखार होता है सबको होता है लेकिन इसके पीछे की जानकारी आज जानते है हमने स्कूल मै पढ़ा है की बाहर का तापमान कितना भी बदले लेकिन अपने शरीर का तापमान कभी नहीं बदलता तो चलो जानते है की अपने शरीर का तापमान कितना होता है 
अपने शरीर का तापमान साधारणता ३७ डिगरी से.यानि ९८.६ फॉर हा. इतना ही रहता है  इतना ही रहता है 
दिनभर मै ये तापमान १ डिगरी घटता बढ़ता  है लेकिन ये तापमान ३८ डी से बढ़ता है तो हमें लगाने लगता है कुछ अजीब .
सर मै दर्द होना, उलटी होना , आँखों मै जलन जिसे हम जानते है बुखार 
वैसे मानवी शरीर ४४ डी से इंटरनल बॉडी टेम्प्रेचार होने पर मर जाता है तो हम अब जान चुके होंगे की ३८ डी से ज्यादा  तापमान होने को हम  बुखार कहते है

सर्दियों का मोसम आ चूका है और हम अपने डॉक्टर के पास सर्दी के एंटी बायोटिक लेने पोहच जाते है
जब की हमें इसकी जरुरत भी नहीं होती सर्दी होने के करन हमें बोहत सारी तकलीफे सेहन करनी पड़ती है और आम तौर पर जाना जाता है की सर्दी होने का मूल कारन ठंड से है किन्तु यह मानना सत्य नहीं है गर्मी मै भी लोग जुकाम के शिकार हो जाते है
लेकिन जुकाम एक संक्रामक श्रेणी मै आता है इस रोग से होन के मुख्य करना बीमार व्यक्ति को छुने उसके उपयोग की वस्त्यु का उपयोग करने से यह रोग होता है और हवा मै जो सर्दी के जीवाणु शरीर मै प्रवेश करने से यह रोग होता है जुकाम के रोगाणु मै तेजी से विकसित होने की क्षमता होती है 
     जुकाम साधारण सी बीमारी है लेकिन इसने सारे दुनीया के नाक मै दम कर दिया है लेकिन सर्दी जुकाम खासी होने पर दवाइया लेते है जब की ये बिमारिया खुद ही ठीक हो सकती है 
जुकाम एक साधारण सी बीमारी है इसमे सर भारी हो जाता है आंखे लाल होके जलने लगाती है नाक बहने लगाती है चिके अति है तथा किसी भी काम मै मन नहीं लगता है वृतु वरिवर्तन का संधिकाल जुकाम के पनपने का सबसे अधिक और उपयुक्त होता है इसमे ज्यादा से ज्यादा सतर्कता रखने की जरुरत होती है जाड़े के समय मै ठंड लग जाना गर्मी के मोसम मै लू लग जाना अ नियामिक खानपाण अलर्जी जुकाम होने का कारन है 
  अलर्जी साधारण सर्दी जुकाम से अलग है इसमे मरीज को छिके आना सुरु हो जाती है नाक से तरल द्रव्य बहना  सुरु हो जाता है अलर्जी किसी भी वस्तु से हो सकती है 
जुकाम के सुरवात होने से ही लोग दवाइया लेते है यह शरीर के लिए उचित नहीं है 
अधिकतर जुकाम का उपचार शरीर कर लेता है यह एक हफ्ते मै ठीक हो जाता है जो की कुछ जुकाम विशेषज्ञ यह कहते है की शरीर के अंदरूनी गन्दगी को निकले मै जुकाम मदत करता है अर्थात यह होना भी जरुरी है दवाई के बजाये जुकाम को ठीक करने के लिए घरेलु  उपयोगी होते है 

जुकाम के लिए घरेलु उपाय :

१.जुकाम होते ही आपका शरीर जितना अधिक गर्म पानी सेहन कर पाए उससे स्नान कीजिये .नहाने के बाद अधिक से अधिक आराम कीजिये 
२.मांस पेशी की अकडन  गलेकी गराश को ठीक करने , बंद नाक खोलने के लिए गर्म दूध मै अद्रक मिलकर पीना फायदेमंद होता है 
३. गर्म पानी मै निमू का रस मिलकर उबले तथा सेहद मिलकर सेवन करे इसमे जुकाम मै रहत मिलेगी 
४.दिन मै तिन चार बार गर्म पानी मै नमक मिलकर गराडे करे इससे  जुकाम मै रहत मिलेगी 
५.दूध मै कलि कलि मिर्च तथा सक्कर मिलाकर पिने पे जुकाम मै रहत मिलाती है 
६.जुकाम एक संकरामक रोग है और छुट की बीमारी है रोगी को अपने वस्त्र अलग रखने चाहिये 





   

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